जरा उतर के देख मेरे दिल की गहराइयों में,
कि तुझे भी मेरे जज़्बात का पता चले,
दिल करता है चाँद को खड़ा कर दूं तेरे आगे,
जरा उसे भी तो अपनी औकात का पता चले।😍😺
उफ्फ ये नज़ाकत ये शोखियाँ ये तकल्लुफ़,
कहीं तू उर्दू का कोई हसीन लफ्ज़ तो नहीं।😻😈
तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है,
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है।😺😍
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,
अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर।😜😻
एक लाइन में क्या तेरी तारीफ़ लिखू
पानी भी जो देखे तुझे तो प्यासा हो जाये😸😍
यू तारीफ ना किया करो मेरी शायरी की
दिल टूट जाता है मेरा जब तुम मेरे दर्द पर वाह-वाह करते हो😁👶
आसमां में खलबली है सब यही पूछ रहे हैं,
कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए।😯😍
आज उसकी मासूमियत के कायल हो गए,
सिर्फ उसकी एक नजर से ही घायल हो गए।💣😎
मिल जाएँगे हमारी भी तारीफ़" करने वाले.
कोई हमारी मौत की "अफ़वाह" तो फैलाओ यारों🙅😍
एक तिल का पहरा भी जरूरी है,
लबों के आसपास,
डर है कहीं तेरी मुस्कुराहट को,
कोई नज़र न लगा दे।😈😎
रुख से पर्दा हटा तो, हुस्न बेनकाब हो गया,
उनसे मिली नज़र तो, दिल बेकरार हो गया।😜😍
क्या लिखूँ तेरी सूरत - ए - तारीफ मेँ , मेरे हमदम
अल्फाज खत्म हो गये हैँ, तेरी अदाएँ देख-देख के😻😏
कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी,
बना दीजिये इनको किस्मत हमारी,
इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए,
अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।😈😇
तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है,
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है,
खूबसूरती की इंतेहा है तू...
तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।😮😻
मुझको मालूम नहीं हुस़्न की तारीफ,
मेरी नज़रों में हसीन ‘वो’ है, जो तुम जैसा हो,😉😊
घनी जुल्फों के साये में चमकता चाँद सा चेहरा,
तुझे देखूं तो कुछ रातें सुहानी याद आती हैं।😍😎
हम पर यूँ बार बार इश्क का इल्जाम न लगाया कर,
कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो😈😇
वो कहती हैँ हम उनकी झूठी तारीफ करते हैँ
ए खुदा बस एक दिन आईने को जुबान दे दे😍💑
क़यामत टूट पड़ती है ज़रा से होंठ हिलने पर,
ना जाने हश्र क्या होगा अगर वो मुस्कुराये तो।💁💔
मेरे हमदम तुम्हें बड़ी फुर्सत में बनाया है,
जुल्फें ये तुम्हारी बादल की याद दिला दें,
नज़र भर देख लो जो किसी को,
नेक दिल इंसान की भी नियत बिगड़ जाए।😈😇
तेरे हुस्न की तारीफ मेरी शायरी के बस की नहीं
तुझ जैसी कोई और कायनात में बनी नहीं 😇😍
सोचता हु हर शायरी पे तेरी तारीफ करु
फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।😈😇
पानी भी जो देखे तुझे तो प्यासा हो जाये😸😍
यू तारीफ ना किया करो मेरी शायरी की
दिल टूट जाता है मेरा जब तुम मेरे दर्द पर वाह-वाह करते हो😁👶
आसमां में खलबली है सब यही पूछ रहे हैं,
कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए।😯😍
आज उसकी मासूमियत के कायल हो गए,
सिर्फ उसकी एक नजर से ही घायल हो गए।💣😎
मिल जाएँगे हमारी भी तारीफ़" करने वाले.
कोई हमारी मौत की "अफ़वाह" तो फैलाओ यारों🙅😍
एक तिल का पहरा भी जरूरी है,
लबों के आसपास,
डर है कहीं तेरी मुस्कुराहट को,
कोई नज़र न लगा दे।😈😎
रुख से पर्दा हटा तो, हुस्न बेनकाब हो गया,
उनसे मिली नज़र तो, दिल बेकरार हो गया।😜😍
क्या लिखूँ तेरी सूरत - ए - तारीफ मेँ , मेरे हमदम
अल्फाज खत्म हो गये हैँ, तेरी अदाएँ देख-देख के😻😏
कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी,
बना दीजिये इनको किस्मत हमारी,
इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए,
अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।😈😇
तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है,
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है,
खूबसूरती की इंतेहा है तू...
तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।😮😻
मुझको मालूम नहीं हुस़्न की तारीफ,
मेरी नज़रों में हसीन ‘वो’ है, जो तुम जैसा हो,😉😊
घनी जुल्फों के साये में चमकता चाँद सा चेहरा,
तुझे देखूं तो कुछ रातें सुहानी याद आती हैं।😍😎
हम पर यूँ बार बार इश्क का इल्जाम न लगाया कर,
कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो😈😇
वो कहती हैँ हम उनकी झूठी तारीफ करते हैँ
ए खुदा बस एक दिन आईने को जुबान दे दे😍💑
क़यामत टूट पड़ती है ज़रा से होंठ हिलने पर,
ना जाने हश्र क्या होगा अगर वो मुस्कुराये तो।💁💔
मेरे हमदम तुम्हें बड़ी फुर्सत में बनाया है,
जुल्फें ये तुम्हारी बादल की याद दिला दें,
नज़र भर देख लो जो किसी को,
नेक दिल इंसान की भी नियत बिगड़ जाए।😈😇
तेरे हुस्न की तारीफ मेरी शायरी के बस की नहीं
तुझ जैसी कोई और कायनात में बनी नहीं 😇😍
सोचता हु हर शायरी पे तेरी तारीफ करु
फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।😈😇
Tareef Shayari
Reviewed by Guptajee Dilliwale
on
May 11, 2020
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